Posts

shayri dil se

रंजिश ही सही दिल ही दुखाने के लिए आ आ फिर से मुझे छोड़ के जाने के लिए आ ।           कुछ तो मिरे पिंदार-ए-मोहब्बत का भरम रख तू भी तो कभी मुझ को मनाने के लिए आ         पहले से मरासिम न सही फिर भी कभी तो रस्म-ओ-रह-ए-दुनिया ही निभाने के लिए आ किस किस को बताएँगे जुदाई का सबब हम तू मुझ से ख़फ़ा है तो ज़माने के लिए आ https://shaayridilse.blogspot.com/  अकेले तो हम पहले भी जी रहे थे अकेले तो हम पहले भी जी रहे थे  "फराज़" क्यों तन्हा हो गए तेरे जाने के बाद | यही सोच कर उस की हर बात को सच  मानते रहे हम के इतने ख़ूबसूरत लव झूठ  कैसे बोलेंगे ।

shayri dil se

रंजिश ही सही दिल ही दुखाने के लिए आ आ फिर से मुझे छोड़ के जाने के लिए आ ।           कुछ तो मिरे पिंदार-ए-मोहब्बत का भरम रख तू भी तो कभी मुझ को मनाने के लिए आ         पहले से मरासिम न सही फिर भी कभी तो रस्म-ओ-रह-ए-दुनिया ही निभाने के लिए आ किस किस को बताएँगे जुदाई का सबब हम तू मुझ से ख़फ़ा है तो ज़माने के लिए आ https://shaayridilse.blogspot.com/  अकेले तो हम पहले भी जी रहे थे अकेले तो हम पहले भी जी रहे थे  "फराज़" क्यों तन्हा हो गए तेरे जाने के बाद | यही सोच कर उस की हर बात को सच  मानते रहे हम के इतने ख़ूबसूरत लव झूठ  कैसे बोलेंगे ।

Rao Music Pvt. Ltd.

Subscribe Us - https://www.youtube.com/channel/UCYESZHJ7Yz2CIS9Z1U-gF4w?sub_confirmation=1